लेखनी कहानी -01-Sep-2022 सूर घनाक्षरी विधान,२- हिन्दी हमारी शान 3- शिक्षक समाज का दर्पण, 4-श्रद्धेयभ

 हिन्दी साहित्य साधना
 
साहित्य साधना करने को है हिन्दी,
साहित्य का बोध कराती है हिन्दी।
साहित्यकारों का करें उत्साहवर्धन,
रचनाओं को लिखती लिपि हिन्दी।

सभी को लिखने का दे प्रोत्साहन,
रखना होगा सबको ही अनुशासन।
साहित्य बोध में साहित्यिक हिन्दी,
हिन्दी का करना हो जो अनुपालन।

खुद लिखो औरों औरों को पढ़कर,
करते रहना होगा जरूरी समीक्षा।
बनकर समीक्षक खुब नाम कमाओ,
लिख पढ़ हिन्दी का ज्ञान बढ़ाओ।

लिखने पढ़ने का ढंग सीख अनोखा,
सुंदर विषयों पर सुंदर सृजन करना।
'अलका' की जब सृजन करें लेखनी
कागज पे फूलों से सुशब्दों के चमन।

अलका गुप्ता 'प्रियदर्शिनी' 
लखनऊ उत्तर प्रदेश।
स्व रचित मौलिक व अप्रकाशित
@सर्वाधिकार सुरक्षित।

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5 Comments

Pratikhya Priyadarshini

22-Sep-2022 08:37 PM

Bahut khoob 🙏🌺

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बहुत ही सुंदर सृजन और अभिव्यक्ति एकदम उत्कृष्ठ

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Reena yadav

18-Sep-2022 09:07 PM

👍👍

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